What is the Share Market? A Simple Explanation - शेयर बाजार की जानकारी: शुरुआती लोगों के लिए Share Market
शेयर बाजार क्या होता है?
नमस्ते दोस्तों! आज हम एक बहुत ही रोचक विषय के बारे में बात करेंगे। हम जानेंगे कि शेयर बाजार क्या होता है। यह एक ऐसी जगह है जहाँ आप कंपनियों के छोटे-छोटे हिस्से, जिन्हें हम "शेयर" कहते हैं, खरीद और बेच सकते हैं।
शेयर बाजार की मूल बातें
भारत में शेयर खरीदने और बेचने के लिए दो प्रमुख जगहें हैं: एनएसई (NSE - National Stock Exchange) और बीएसई (BSE - Bombay Stock Exchange)। यहाँ 6000 से ज्यादा कंपनियाँ लिस्ट होती हैं। जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर बेचने के लिए आती है, तो उसे आईपीओ (IPO - Initial Public Offer) कहते हैं। आईपीओ वह मौका होता है जब आम लोग किसी नई कंपनी में पहली बार निवेश कर सकते हैं।
निफ्टी और सेंसेक्स क्या हैं?
अब बात करते हैं निफ्टी (NIFTY) और सेंसेक्स (SENSEX) की। निफ्टी का मतलब है "National Stock Exchange of India’s Fifty" और सेंसेक्स का मतलब है "Stock Exchange Sensitive Index"। निफ्टी एनएसई का इंडेक्स है, जो 50 टॉप कंपनियों का सूचकांक है। सेंसेक्स बीएसई का इंडेक्स है, जो 30 टॉप कंपनियों का सूचकांक है। इन इंडेक्स से हमें यह पता चलता है कि बाजार में कंपनियों की वैल्यूएशन कैसी चल रही है।
अन्य इंडेक्स
शेयर बाजार में निफ्टी और सेंसेक्स के अलावा भी कई इंडेक्स होते हैं, जैसे निफ्टी मिडकैप (NIFTY MIDCAP), बैंक निफ्टी (BANKNIFTY), बैंकएक्स (BANKEX) और फिननिफ्टी (FINNIFTY)। बैंकनिफ्टी बैंकों का इंडेक्स है, जो 10 टॉप बैंकों को शामिल करता है। इसी तरह, फिननिफ्टी वित्तीय कंपनियों का इंडेक्स है। इन सभी इंडेक्स से हमें अलग-अलग क्षेत्रों की कंपनियों की स्थिति का पता चलता है।
ट्रेडिंग और निवेश क्या है?
शेयर बाजार से पैसा कमाने के दो प्रमुख तरीके होते हैं: ट्रेडिंग और निवेश।
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निवेश (Investing): जब आप किसी कंपनी में लंबी अवधि के लिए पैसा लगाते हैं, तो उसे निवेश कहते हैं। यह समय सीमा एक साल से लेकर कई सालों तक हो सकती है। उदाहरण के लिए, अगर आप 1, 5, या 10 साल के लिए पैसा लगाते हैं, तो आप निवेश कर रहे हैं।
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ट्रेडिंग (Trading): जब आप किसी कंपनी में छोटी अवधि के लिए पैसा लगाते हैं, जैसे 1 दिन, 7 दिन, या 15 दिन के लिए, तो इसे ट्रेडिंग कहते हैं। ट्रेडिंग के भी कई प्रकार होते हैं:
- इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading): इसमें आपको उसी दिन अपने शेयर बेचने पड़ते हैं।
- स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading): इसमें आप अपना पोजीशन 1 दिन से ज्यादा के लिए रख सकते हैं।
- पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading): इसमें आप एक दिन से लेकर कई हफ्तों या महीनों तक के लिए पोजीशन रख सकते हैं।
आगे क्या?
अब जब आपने शेयर बाजार के बारे में यह बुनियादी बातें समझ ली हैं, तो आगे चलकर और भी जानेंगे। हम शेयर बाजार के और गहरे पहलुओं के बारे में बात करेंगे, जैसे कंपनियों का वैल्यूएशन कैसे किया जाता है, निवेश और ट्रेडिंग के और तरीके क्या होते हैं, और कैसे आप इसमें सफल हो सकते हैं।
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